अजवाइन का भाव मौसम की अनुकूलता पर निर्भर करता है , और उपज , माँग , आपूर्ति, आयात – निर्यात , बाजारू माँग आदि पर। आप यहाँ अपने राज्य या क्षेत्र का मंडी भाव देख सकते है।
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राजस्थान में अजवाइन का भाव
जिला / जगह का नाम | प्रति क्विंटल / किलो |
प्रतापगढ़ में मध्यम | 11250 रु प्रति क्विंटल |
सादुलपुर में मध्यम | 11300 रु प्रति क्विंटल |
महुआ में मध्यम | 10520 रु प्रति क्विंटल |
बड़ोंदिया में मध्यम | 11250 रु प्रति क्विंटल |
घाटोल में मध्यम | 10500 रु प्रति क्विंटल |
पीठ में मध्यम | 12100 रु प्रति क्विंटल |
जहाजपुर में मध्यम | 10250 रु प्रति क्विंटल |
अलीगढ़ में मध्यम | 11060 रु प्रति क्विंटल |
गंगापुर में मध्यम | 12250 रु प्रति क्विंटल |
तिजारा में मध्यम | 11200 रु प्रति क्विंटल |
बनेडा में मध्यम | 11350 रु प्रति क्विंटल |
आसोप में मध्यम | 10450 रु प्रति क्विंटल |
फतेहनगर में मध्यम | 11200 रु प्रति क्विंटल |
छबड़ा में मध्यम | 10500 रु प्रति क्विंटल |
रानी में मध्यम | 11050 रु प्रति क्विंटल |
भरनी में मध्यम | 10150 रु प्रति क्विंटल |
मौलासर में मध्यम | 11255 रु प्रति क्विंटल |
डिग्गी में मध्यम | 10210 रु प्रति क्विंटल |
शाहपुरा में मध्यम | 11065 रु प्रति क्विंटल |
सरवर में मध्यम | 10450 रु प्रति क्विंटल |
शिवाड़ में मध्यम | 11200 रु प्रति क्विंटल |
महाजन में मध्यम | 10200 रु प्रति क्विंटल |
शेरगढ़ में मध्यम | 11055 रु प्रति क्विंटल |
सायला में मध्यम | 11000 रु प्रति क्विंटल |
बोनली में मध्यम | 10500 रु प्रति क्विंटल |

महाराष्ट्र में अजवाइन का भाव
जिला / जगह का नाम | प्रति क्विंटल / किलो |
नंदुबार में देसी अजवाइन | 10750 रु प्रति क्विंटल |
शेगांव में देसी | 10910 रु प्रति क्विंटल |
अमलनेर में देसी | 9560 रु प्रति क्विंटल |
गंगाखेड़ में मध्यम | 11200 रु प्रति क्विंटल |
पुलगांव में मध्यम | 10250 रु प्रति क्विंटल |
उदगीर में मध्यम | 10550 रु प्रति क्विंटल |
करंजा में मध्यम | 11200 रु प्रति क्विंटल |
वरोरा में मध्यम | 10450 रु प्रति क्विंटल |
चिखली में मध्यम | 11350 रु प्रति क्विंटल |
पुसद में मध्यम | 10200 रु प्रति क्विंटल |
अंबाजोगाई में मध्यम | 11255 रु प्रति क्विंटल |
पुलगांव में मध्यम | 10155 रु प्रति क्विंटल |
कतोल में मध्यम | 11355 रु प्रति क्विंटल |
कोपरगाँव में मध्यम | 10660 रु प्रति क्विंटल |
वांबोरी में मध्यम | 11500 रु प्रति क्विंटल |
सेनगांव में मध्यम | 10255 रु प्रति क्विंटल |
राहता में मध्यम | 11245 रु प्रति क्विंटल |
लोनार में मध्यम | 10355 रु प्रति क्विंटल |
गुजरात में अजवाइन का भाव
जिला / जगह का नाम | प्रति क्विंटल / किलो |
मांडल में मध्यम | 13000 रु प्रति क्विंटल |
उंझा में मध्यम | 11500 रु प्रति क्विंटल |
जामनगर में मध्यम | 15225 रु प्रति क्विंटल |
सावरकुंडला में मध्यम | 13200 रु प्रति क्विंटल |
राजुला में मध्यम | 11650 रु प्रति क्विंटल |
उपलेटा में मध्यम | 15501 रु प्रति क्विंटल |
भावनगर में मध्यम | 13255 रु प्रति क्विंटल |
वेरावल में मध्यम | 11255 रु प्रति क्विंटल |
मोडासा में मध्यम | 12350 रु प्रति क्विंटल |
बगसरा में मध्यम | 12320 रु प्रति क्विंटल |
जेतपुर में मध्यम | 11245 रु प्रति क्विंटल |
हिम्मतनगर में मध्यम | 10230 रु प्रति क्विंटल |
दाहोद में मध्यम | 11456 रु प्रति क्विंटल |
जसधन में मध्यम | 11355 रु प्रति क्विंटल |

अजवाइन के बारे में
अजवाइन, जिसे अंग्रेजी में “Carom Seeds” और वैज्ञानिक नाम Trachyspermum ammi है, एक महत्वपूर्ण मसाला और औषधीय पौधा है। यह आमतौर पर भारतीय रसोई में उपयोग किया जाता है और इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं। अजवाइन का स्वाद तीखा और गर्म होता है, जो भोजन में विशेष स्वाद और खुशबू प्रदान करता है। यह मुख्य रूप से आटा, पराठे, सब्जियां, और स्नैक्स में डाला जाता है, और भारतीय मसालेदार खाने की पहचान बन चुका है।
अजवाइन के छोटे-छोटे बीज होते हैं, जो आकार में जीरे से मिलते-जुलते होते हैं, लेकिन इनका स्वाद कहीं अधिक तीव्र और चुभने वाला होता है। इसके बीज में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से, अजवाइन पेट की समस्याओं को दूर करने में मददगार होती है। यह गैस, अपच, पेट दर्द और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए प्रभावी मानी जाती है। इसके अलावा, यह शरीर में जलन को कम करने और पाचन को बेहतर बनाने में मदद करती है। अजवाइन का सेवन सर्दी, खांसी और जुकाम में भी राहत प्रदान करता है, क्योंकि इसके एंटीवायरल गुण शरीर को संक्रमण से लड़ने में सहायता करते हैं।
अजवाइन का तेल भी औषधीय उपयोग में आता है। इसे त्वचा पर लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है। साथ ही, यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के घरेलू उपचारों में भी किया जाता है, और यह आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।